West Bengal Elections shayari in hindi
West Bengal Elections shayari in hindi न मांझी न रहबर, न हक में हवाएं,है कश्ती भी जर्जर ये कैसा सफर है. “चमन को सींचने में कुछ पत्तियां झड़ गई होंगी, यही इल्जाम लग रहा है चमन से बेवफाई का…जिन्होंने चमन को रौंद डाला अपने पैरों से, वे दावा कर रहे चमन की रहनुमाई का Advertisements …