Hasi shayari
तुम्हारी हंसी प्यारी है;
हर ख़ुशी हमारी है;
कभी दूर ना करना खुद से
दोस्ती जान से भी प्यारी है।
कई रोज बाद हंसी आयी है
हवा ने हौले से खुसबू बरसाई है

हंसी कहाँ से लाऊँ
ख़ुशी कहाँ से पाऊं
जीना तो ठीक है मगर
मौत का सौदा कहाँ से लाऊँ
फूलों सी हंसी तेरी रूह तक मिल जाती है
जन्नत नसीब होता है जब तू मुस्कुराती है
Hasi shayari in hindi
तुम्हे मेरे दर्द पे भी हंसी आती है
कुछ बात है की हम ही बदनसीब है
तसल्लियाँ भी नहीं उन की छेड़ से ख़ाली
रुला के छोड़ते हैं वो हँसा हँसा के मुझे
नसीम भरतपूरी
मैं उस की बातों में ग़म अपना भूल जाता मगर
वो शख़्स रोने लगा ख़ुद हँसा हँसा के मुझे
फ़रियाद आज़र
शाइरी कार-ए-जुनूँ है आप के बस की नहीं
वक़्त पर बिस्तर से उठिए वक़्त पर सो जाइए
जावेद सबा
Shayari on hasi
तभी वहीं मुझे उस की हँसी सुनाई पड़ी
मैं उस की याद में पलकें भिगोने वाला था
फ़रहत एहसास
लफ़्ज़ यूँ ख़ामुशी से लड़ते हैं
जिस तरह ग़म हँसी से लड़ते हैं
अनीस अब्र
Hasya shayari in hindi – व्यंग्य शायरी
दोस्त कहता हूँ तुम्हें शाएर नहीं कहता ‘शुऊर’
दोस्ती अपनी जगह है शाएरी अपनी जगह
अनवर शऊर

उस ने नासूर कर लिया होगा
ज़ख़्म को शाएरी बनाते हुए
अम्मार इक़बाल
वो लोग जिन की ज़माना हँसी उड़ाता है
इक उम्र बअ’द उन्हें मो’तबर भी करता है
खलील तनवीर
हँसी में कटती थीं रातें ख़ुशी में दिन गुज़रता था
‘कँवल’ माज़ी का अफ़्साना न तुम भूले न हम भूले
कँवल डिबाइवी
Hasi wali shayari
उफ़ वो आँखें मरते दम तक जो रही हैं अश्क-बार
हाए वो लब उम्र भर जिन पर हँसी देखी नहीं
अनवर साबरी
बोसे बीवी के हँसी बच्चों की आँखें माँ की
क़ैद-ख़ाने में गिरफ़्तार समझिए हम को
फ़ुज़ैल जाफ़री
जिन के होंटों पे हँसी पाँव में छाले होंगे
हाँ वही लोग तुम्हें चाहने वाले होंगे
परवाज़ जालंधरी
Hasna shayari
ज़िंदगी के आख़िरी लम्हे ख़ुशी से भर गया
एक दिन इतना हँसा वो हँसते हँसते मर गया
कृष्ण मोहन